क्षेत्र के अधिकतर लोग आर्थिक तौर पर कमजोर है तथा अपने बच्चों को नाहन तथा पांवटाकॉलेज में भेजने के लिए सक्षम नहीं है। उन विद्यार्थियों के लिए यह एक नीव का पत्थर साबित हुआ है । इस मीटिंग में सभी विद्यार्थियों ने ध्वनि मत से यह पारित किया कि ओल्डस्टूडेंट्स एसोसिएशन का गठन किया जाए ताकि जो विद्यार्थी यहां से निकले हैं वह भी महाविद्यालय के विकास में सृजनात्मक भूमिका निभा सके।
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